ICBM Sentinel: अमेरिका की नई परमाणु मिसाइल से रूस-चीन पर मंडराया खतरा


अमेरिकी वायु सेना का नया मिसाइल सिस्टम
अमेरिकी वायु सेना ने नॉर्थ्रॉप ग्रुमैन के साथ मिलकर एक नई और उन्नत अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) प्रणाली, सेंटिनल (Sentinel) का सफल परीक्षण किया है। यह नई पीढ़ी की मिसाइल मिनटमैन III ICBM की जगह लेगी, जिसे 1960 के दशक में विकसित किया गया था।
सेंटिनल कार्यक्रम: अमेरिका की परमाणु शक्ति में नया अध्याय
क्यों जरूरी था मिनटमैन III को बदलना?
मिनटमैन III ICBM पिछले 60 वर्षों से अमेरिकी रक्षा प्रणाली का हिस्सा रही है, लेकिन अब इसकी मेंटेनेंस महंगी और जटिल हो गई है। रूस और चीन जैसी महाशक्तियों से मिल रही नई चुनौतियों को देखते हुए, अमेरिका को एक अत्याधुनिक और मजबूत ICBM प्रणाली की जरूरत थी।


सेंटिनल ICBM का सफल परीक्षण
महत्वपूर्ण परीक्षण और उपलब्धियां:

  • फुल-स्केल स्टैटिक फायर टेस्ट सफल रहा, जिससे मिसाइल की विश्वसनीयता सिद्ध हुई।
  • रॉकेट मोटर टेस्ट में पहले, दूसरे और तीसरे चरण के परीक्षण सफल हुए।
  • सेंटिनल मिसाइल के उत्पादन और भविष्य में तैनाती की तैयारियों को गति मिली।
    सेंटिनल मिसाइल की विशेषताएं
    विस्फोटक शक्ति:

    यह मिसाइल 475 किलोटन टीएनटी जितनी शक्ति वाले परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है।
    अद्भुत मारक क्षमता:
  • रेंज: 10,000 किमी तक लक्ष्य को भेदने में सक्षम।
  • स्पीड: 28,200 किमी/घंटा की खतरनाक गति।
  • ऊंचाई: 1100 किमी तक जा सकती है।
    रूस और चीन के लिए बढ़ी चिंता
    सेंटिनल मिसाइल प्रणाली की अत्याधुनिक तकनीक और बहु-लक्ष्य भेदने की क्षमता इसे बेहद खतरनाक बनाती है।
    निष्कर्ष
    अमेरिका की नई परमाणु मिसाइल सेंटिनल का सफल परीक्षण विश्व सुरक्षा संतुलन को प्रभावित कर सकता है।

अमेरिका की यह नई मिसाइल प्रणाली आधुनिक तकनीक से लैस है और साइबर सुरक्षा के उच्च मानकों पर आधारित है। इसके अलावा, इसमें स्वचालित रडार चकमा देने की क्षमता है, जो इसे पारंपरिक ICBM से अधिक घातक बनाता है। इस मिसाइल के सफल परीक्षण के बाद, अमेरिका की सैन्य रणनीति में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।

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