महाकुंभ 2025: श्रद्धा, सुरक्षा और विशाल आयोजन का अद्भुत संगम

प्रयागराज, 20 फरवरी 2025 – विश्व के सबसे बड़े धार्मिक मेले महाकुंभ 2025 का आयोजन उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में धूमधाम से चल रहा है। 13 जनवरी से शुरू हुए इस महाकुंभ में अब तक 4.88 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं।

भगदड़ में 30 की मौत, प्रशासन सतर्क

29 जनवरी को मौनी अमावस्या के अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, जिससे अफरा-तफरी मच गई। रिपोर्ट के अनुसार, 30 लोगों की मौत और 90 से अधिक लोग घायल हुए। हालांकि, कुछ रिपोर्टों में मृतकों की संख्या 79 तक बताई जा रही है। प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण के लिए अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की है।

राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने की गंगा स्नान

महाकुंभ में भारत के शीर्ष नेता भी श्रद्धा व्यक्त कर रहे हैं:

• 5 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संगम में डुबकी लगाई और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ नौका विहार किया।

• 10 फरवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी गंगा स्नान कर पूजा-अर्चना की।

77 देशों के राजनयिकों ने लिया हिस्सा

1 फरवरी को 77 देशों के 118 विदेशी राजनयिकों ने महाकुंभ में भाग लिया, जिससे इसकी वैश्विक महत्ता का प्रमाण मिलता है।

सुरक्षा और सुविधाओं पर विशेष ध्यान

सरकार ने इस आयोजन को भव्य बनाने के लिए बड़े पैमाने पर इंतजाम किए हैं:

• 4000 हेक्टेयर में अस्थायी शहर बसाया गया है।

• 1.5 लाख शौचालय और 10,000 सफाई कर्मी नियुक्त किए गए हैं।

• 40,000 पुलिसकर्मी और 2,300 से अधिक CCTV कैमरे निगरानी में लगे हैं।

समापन की ओर बढ़ रहा महाकुंभ

आज, 20 फरवरी तक, श्रद्धालुओं का आना जारी है। ट्रेनों और सड़कों पर भीड़भाड़ बढ़ गई है, जिससे प्रशासन यातायात प्रबंधन और भीड़ नियंत्रण के लिए अतिरिक्त कदम उठा रहा है।

महाकुंभ 2025, आध्यात्मिकता, संस्कृति और श्रद्धा का एक अनुपम संगम बनकर पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित कर रहा है।

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