उत्तर प्रदेश के वाराणसी में बन रहे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निरीक्षण किया। यह स्टेडियम वाराणसी के गंजारी, राजातालाब क्षेत्र में 451 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की देरी न हो और इसे निर्धारित समयसीमा के भीतर पूरा किया जाए।
मुख्यमंत्री ने स्टेडियम की ड्रेनेज व्यवस्था, सड़क संपर्क और दर्शकों की सुविधाओं को उच्च गुणवत्ता का बनाने पर जोर दिया। उन्होंने निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों और इंजीनियरों से मुलाकात कर उनका उत्साह भी बढ़ाया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस स्टेडियम का निर्माण सिर्फ वाराणसी या उत्तर प्रदेश के लिए ही नहीं, बल्कि बिहार, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों के लिए भी एक सुनहरा अवसर साबित होगा।
विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस होगा वाराणसी स्टेडियम
यह अत्याधुनिक स्टेडियम 30.66 एकड़ क्षेत्र में फैला होगा और इसमें एक साथ 30,000 दर्शकों के बैठने की क्षमता होगी। यह केवल क्रिकेट के लिए ही नहीं, बल्कि अन्य खेलों और खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिए भी एक प्रमुख केंद्र बनेगा।
स्टेडियम में बैडमिंटन, टेबल टेनिस और तैराकी जैसी खेल सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी। खिलाड़ियों के अभ्यास और मैच के लिए विश्वस्तरीय पिच और अत्याधुनिक ड्रेनेज सिस्टम तैयार किया जा रहा है, ताकि खराब मौसम में भी खेल बिना किसी रुकावट के जारी रह सके।
इसके अलावा, स्टेडियम में दर्शकों के लिए आरामदायक सीटिंग व्यवस्था, वीआईपी लॉज, मीडिया गैलरी और डिजिटल स्कोरबोर्ड जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी। इस स्टेडियम से वाराणसी खेल गतिविधियों का एक प्रमुख केंद्र बनने जा रहा है।
पूर्वांचल के खिलाड़ियों के लिए सुनहरा अवसर
इस स्टेडियम का निर्माण वाराणसी ही नहीं, बल्कि पूरे पूर्वांचल और आसपास के राज्यों के खिलाड़ियों के लिए वरदान साबित होगा। बिहार, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों को भी यहां अपने खेल कौशल को निखारने का अवसर मिलेगा।
यहां राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट मुकाबले आयोजित किए जाएंगे, जिससे स्थानीय खिलाड़ियों को बड़े मंच पर प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा। यह स्टेडियम वाराणसी को खेल की दुनिया में एक नई पहचान दिलाएगा और शहर को वैश्विक खेल मानचित्र पर स्थापित करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने किया था शिलान्यास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 सितंबर को इस अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का शिलान्यास किया था। यह उत्तर प्रदेश का तीसरा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम होगा, जहां कानपुर और लखनऊ के बाद बड़े क्रिकेट मुकाबले खेले जाएंगे। इसके निर्माण से वाराणसी को खेल जगत में एक नई ऊंचाई मिलेगी।
खेल प्रेमियों के लिए खास आकर्षण
वाराणसी का यह स्टेडियम क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक बड़ा केंद्र बनने जा रहा है। यह न केवल अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी करेगा, बल्कि स्थानीय और युवा खिलाड़ियों को भी बेहतरीन खेल सुविधाएं उपलब्ध कराएगा।
भविष्य में यहां खेल अकादमी की स्थापना की जा सकती है, जिससे उभरते हुए खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय कोचिंग मिल सके। इससे वाराणसी और आसपास के क्षेत्र के खिलाड़ियों को खेल में करियर बनाने का बेहतरीन अवसर मिलेगा।
निरीक्षण के दौरान प्रमुख नेता रहे मौजूद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ इस निरीक्षण के दौरान कई प्रमुख नेता और अधिकारी मौजूद रहे। इनमें कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, महापौर अशोक तिवारी, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, नीलकंठ तिवारी, विधान परिषद सदस्य हंसराज विश्वकर्मा और धर्मेंद्र सिंह शामिल थे।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्टेडियम निर्माण को तय समयसीमा के भीतर पूरा किया जाए और इसे विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस किया जाए, जिससे वाराणसी को खेल के क्षेत्र में एक नई पहचान मिल सके।