रसायन, धातु, आभूषण, दवा और ऑटोमोबाइल उद्योग को सबसे बड़ा झटका
एनबीडी दिल्ली,
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित नई टैरिफ नीति भारत के निर्यात पर भारी असर डाल सकती है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस फैसले से भारतीय निर्यातकों को करीब 7 अरब डॉलर (609 अरब रुपये) का नुकसान झेलना पड़ सकता है। इस टैरिफ से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले सेक्टरों में रसायन, धातु, आभूषण, दवा और ऑटोमोबाइल शामिल हैं।
अमेरिकी टैरिफ से भारतीय व्यापार पर असर
भारतीय निर्यात को तगड़ा झटका – विशेषज्ञों के अनुसार, भारतीय निर्यात में 15-20% तक गिरावट संभव।
महत्वपूर्ण सेक्टरों पर सीधा असर – स्टील, दवा, ऑटोमोबाइल और आभूषण उद्योग सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे।
2024 में भारत-अमेरिका व्यापार – भारत ने अमेरिका को 74 अरब डॉलर का निर्यात किया था, लेकिन नई टैरिफ नीति से यह आंकड़ा गिर सकता है।
मोती, रत्न और आभूषण उद्योग पर असर – इस क्षेत्र का अमेरिका के साथ 8.5 अरब डॉलर का व्यापार है, जो अब संकट में है।
ऑटोमोबाइल और मशीनरी सेक्टर – इन उत्पादों पर 7% से अधिक का शुल्क लग सकता है, जिससे निर्यात 20% तक घटने की संभावना है।
भारत की रणनीति: समाधान की तलाश में सरकार
सरकार और उद्योग जगत इस चुनौती से निपटने के लिए सक्रिय हो चुके हैं। भारत सरकार अमेरिका से द्विपक्षीय वार्ता के जरिए इस टैरिफ का असर कम करने की कोशिश कर रही है। इसके अलावा, नए व्यापार समझौतों और अन्य वैश्विक बाजारों की तलाश पर भी जोर दिया जा रहा है।
क्या भारत इस नुकसान की भरपाई कर पाएगा?
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत को अन्य देशों के साथ व्यापार संबंध मजबूत करने, नए बाजारों की तलाश करने और वैश्विक निर्यात नीति में बदलाव लाने की जरूरत होगी। अगर भारत जल्द कोई ठोस रणनीति अपनाता है, तो इस नुकसान की भरपाई संभव हो सकती है।