विधायक मिहीर कोटेचा की समाज के लिए प्रेरणादायक पहल
एनबीडी मुलुंड,
आध्यात्मिक उन्नति, जनकल्याण और विश्वशांति के संकल्प के साथ आयोजित ‘त्यारह कुंडी गायत्री महायज्ञ’ का भव्य और दिव्य समापन दयानंद सरस्वती वैदिक विद्यालय, चंदनवाड़ी लेन, मुंबई में संपन्न हुआ। हजारों श्रद्धालुओं ने इस पवित्र आयोजन में भाग लेकर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच आहुतियां समर्पित कीं और पुण्य लाभ अर्जित किया।
इस महायज्ञ का आयोजन भगवती वेदमाता गायत्री जी की कृपा, ब्रह्मवर्चस प्रभा एवं श्रीराम शर्मा आचार्य जी की प्रेरणा से किया गया। पूरे आयोजन के दौरान वातावरण भक्तिमय बना रहा, जहां श्रद्धालुओं ने यज्ञकर्म के साथ-साथ भजन-संकीर्तन और आध्यात्मिक सत्संग का आनंद लिया।

विधायक मिहीर कोटेचा ने कहा “गायत्री महायज्ञ केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक ऊर्जा और संस्कृति के संवर्धन का सशक्त माध्यम है। इस तरह के आयोजनों से जनकल्याण और आध्यात्मिक जागरूकता को बढ़ावा मिलता है। मैं आयोजकों को इस भव्य और सफल आयोजन के लिए बधाई देता हूँ और विश्वास करता हूँ कि यह परंपरा आने वाले वर्षों तक इसी श्रद्धा और भक्ति के साथ चलती रहेगी।”

• यज्ञकर्म: श्रद्धालुओं ने गायत्री मंत्रोच्चार के साथ आहुतियां अर्पित कीं, जिससे संपूर्ण वातावरण दिव्यता और सकारात्मक ऊर्जा से भर उठा।
• धार्मिक प्रवचन: वेदों और उपनिषदों पर आधारित विद्वानों के प्रेरणादायक विचारों ने भक्तों को आध्यात्मिक ज्ञान से समृद्ध किया।
• भजन-संकीर्तन: भक्ति संगीत और भजनों ने श्रद्धालुओं को भाव-विभोर कर दिया।
• प्रसाद वितरण: दोपहर 1:00 बजे भक्तों के लिए महाप्रसाद का आयोजन किया गया।
• पूर्णाहुति: दोपहर 12:30 से 1:00 बजे के बीच विधिवत पूर्णाहुति के साथ यज्ञ का समापन।
आयोजकों ने व्यक्त किया आभार
इस दिव्य आयोजन को सफल बनाने में मिहीर चंद्रकांत कोटेचा और श्री सुभ्रद गायत्री समाज की महत्वपूर्ण भूमिका रही। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं, संतों, गणमान्य अतिथियों और सहयोगियों का हृदय से आभार व्यक्त किया।
मुलुंडनिवासियों को मिला आध्यात्मिक संबल
इस महायज्ञ ने न केवल धार्मिक आस्था को प्रबल किया, बल्कि समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी किया। उपस्थित भक्तों ने इसे अपने जीवन में आध्यात्मिक उन्नति और मानसिक शांति प्रदान करने वाला एक अद्भुत आयोजन बताया।
मुलुंड में आयोजित यह भव्य महायज्ञ आने वाले समय में भी इसी श्रद्धा और भक्ति के साथ आयोजित होता रहे, ऐसी उम्मीद सभी श्रद्धालुओं ने व्यक्त की।