एनबीडी लखनऊ संवाददाता,
नवाबों के शहर लखनऊ के हजरतगंज में एक विशाल साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के तत्वावधान में आयोजन किया गया। जिसके सूत्राधार व आयोजक श्री अनिल सुरेश मिश्र जी रहे | कार्यक्रम की शुरुआत माँ शारदे के चरणों में दीप प्रज्वलित करके हुई | इस अवसर पर कभी कवि मंच के संस्थापक श्री अनिल सुरेश मिश्र जी द्वारा सम्पादित पुस्तक “काव्याक्षरी” (साझा काव्य-संग्रह) का विमोचन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सुप्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय कवि श्री प्रियांशु गजेन्द्र जी तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रसिद्द हास्य कवि विनोद पाण्डेय जी, सुप्रसिद्ध कवयित्री विभा शुक्ला (वाराणसी) उपस्थित रहीं |
कार्यक्रम के आयोजक एवं कभीकवि के संस्थापक श्री अनिल सुरेश मिश्र जी ने उपस्थित सभी अतिथियों का सम्मान पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर एवं माल्यार्पण कर भव्य स्वागत किया| कभीकवि द्वारा कवियों को दिया जाने वाला काव्य रश्मि सम्मान, काव्यऋषि सम्मान एवं काव्य विभूति सम्मान पाने वाले रचनाकारों में अपार हर्ष और उल्लास दिखा| सम्मान के रूप में प्रथम पुरष्कार राशि 5100 रुपये श्री आलोक मिश्र दीपक, द्वितीय पुरष्कार कृष्ण कुमार श्रीवास्तव 3500 रुपये, तृतीय पुरष्कार श्री शारिक क़मर 2100 रूपये तथा अन्य सात रचनाकारों को 1100/- रुपये (प्रत्येक को) दिया गया| काव्याक्षरी पुस्तक का प्रकाशन मधुशाला प्रकाशन भरतपुर, राजस्थान द्वारा किया गया | कार्यक्रम में देश विदेश से पधारे तमाम कवियों एवं साहित्यिक हस्तियों ने शिरकत की। आप को बता दें कि कभीकवि कवियों को प्रचारित प्रसारित करने का एक अनन्य मंच है जो अपनी काव्यलेखन प्रतियोगिताओं एवं काव्यपाठ द्वारा देश विदेश के कवियों को प्रोत्साहित करने का कार्य करता है। कभीकवि द्वारा संपादित साझा काव्य ‘काव्याक्षरी’ जो कि देश विदेश के 100 महानतम कवियों की रचनाओं से सुसज्जित उत्कृष्ट पुस्तक है जिसे पढ़कर किसी भी काव्य प्रेमी का हृदय प्रफुल्लित हो उठेगा|
अनिल सुरेश मिश्र जी ने बताया कि कभीकवि द्वारा साहित्यकारों एवं कवियों को प्रोत्साहित करने वाला यह कार्यक्रम आने वाले वर्षों में अनवरत आयोजित किया जाता रहेगा |