एनबीडी मुंबई,
अखिल भारतीय अग्निशिखा मंच के तत्त्वावधान में 1 नवंबर 2025 को मुलुंड के आरपी मार्ग स्थित मुक्तेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में
संजय दुबे के संयोजन में पवन तिवारी के बहु प्रतीक्षित उपन्यास ‘विद्रोही शुक्राचार्य’ का न केवल सार्थक विमोचन हुआ बल्कि पुस्तक पर विस्तृत चर्चा भी हुई।
इस लोकार्पण और आयोजन की विशेषता यह रही कि इस उपन्यास के चरित्र एवं किसी न किसी रूप में पुस्तक में उल्लेखित व्यक्तित्त्व ही इस समारोह में मंचासीन थे। समारोह अध्यक्ष श्री हरि वाणी, मुख्य अतिथि अलका पांडेय, विशेष अतिथि नन्दलाल क्षितिज,मुख्य वक्ता राम कुमार त्रिपाठी,वक्तागण रमाकांत ओझा, प्रज्वल वागदरी, पल्ल्वी रानी यह सभी गणमान्य इस उपन्यास के पात्रों में कहीं न कहीं उपस्थित हैं। विशिष्ट अतिथि और वक्ता द्वय गोपाल सिंह एवं दीपक कुमार त्रिपाठी जो जय हिंद अभियान के माध्यम से स्वतंत्रता के सम्मान हेतु समर्पित हैं. यह पुस्तक उन्हें ही समर्पित है। ऐसे में इस पुस्तक में सम्मिलित महानुभाव ही इसमें अतिथि थे। केवल विशेष अतिथि डॉ बाबू लाल सिंह एवं वक्ता राकेश मणि त्रिपाठी ही पुस्तक के बाहर के व्यक्तित्व थे।
सभी वक्ताओं एवं अतिथियों ने पुस्तक पर विस्तृत रूप से प्रकाश डालते हुए विद्रोही शुक्राचार्य को कालजयी कृति होने का विश्वास व्यक्त किया। इस पुस्तक को पढ़कर कई पुस्तकें रची जा सकती हैं। शुक्राचार्य के पूरे जीवन को इस कृति में जिस तरह से प्रस्तुत किया गया है वह एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
सर्व प्रथम पल्लवी रानी के सरस्वती वंदना एवं अतिथियों द्वारा माँ शारदा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि एवं दीप प्रज्ज्वलन के उपरांत पुस्तक का लोकार्पण हुआ। कार्यक्रम का संचालन कुमार जैन ने किया। लेखकीय वक्तव्य में पवन तिवारी पुस्तक लेखन और शोध में लगे नौ वर्षों के अथक परिश्रम और उसमें भीषण व्यवधानों के उल्लेख करते हुए भावुक हो गये। क्योंकि इस पुस्तक लेखन ने उनके जीवन को 360 अंश घुमा दिया।
पुस्तक को लेकर लोगों में एक प्रबल जिज्ञासा थी। लोकार्पण के बाद लोगों ने 28 हजार रूपये की पुस्तकें खरीदी।
श्रोताओं में सारे प्रबुद्ध एवं साहित्यकार थे। जिनमें सिंधवासिनी तिवारी, सत्यभामा सिंह, ओम प्रकाश तिवारी, नीरजा ठाकुर, कविता मानकर, शिल्पा सोनटक्के, प्रभात शर्मा, सूर्यकांत शुक्ला, रवि केडिया, श्रीधर मिश्र, ओम प्रकाश पांडे, रवि यादव, हेरम्ब तिवारी, संदीप कुमार, बृजेश सिंह,वरिष्ठ पत्रकार नामदार राही, पत्रकार कमलेश गुप्ता, पत्रकार प्रमेन्द्र सिंह,शिवकुमार सिंह, आनंद पाठक, विनय शर्मा दीप, नंदलाल थापर राकेश त्रिपाठी,पंडित सुरेंद्र पाठक, नागेंद्र बहादुर सिंह, त्रिलोचन सिंह अरोड़ा, सुरेंद्र प्रसाद गाईं, अलका पांडेय अवधेश यदुवंशी, विनय सिंह विनम्र, विनोदानंद, डोमिनिक, पृथ्वीराज, मुन्ना यादव मयंक,रोमा झा, सुशील शुक्ला, पीयूष सिंह, रोमा झा,अर्पिता त्रिवेदी मीनाक्षी शर्मा कल्पेश यादव डॉ बाबूलाल सिंह रमाकांत ओझा विनोद आनंद आदि गणमान्य उपस्थित थे.
