एनबीडी पालघर,
वसई तालुका के नालासोपारा में इस वर्ष भी दुबे परिवार द्वारा भव्य सार्वजनिक होली उत्सव का आयोजन किया गया। शुक्रवार, 14 मार्च को सुबह से ही दुबे इस्टेट प्रांगण में ठंडई वितरण के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। हजारों उत्सवप्रेमियों ने अबीर-गुलाल के साथ पारंपरिक होली खेली।
पालघर, बोईसर, वसई तालुका, मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई से आए संगीतप्रेमी कलाकारों ने फगुआ, उलारा, जत्ती, बैसवारा, बेलवरिया, बारमासा, रंगफाग, होरी और जोगिरा जैसे होली गीतों की प्रस्तुति दी। दुबे परिवार की ओर से सभी के लिए पुरी, सब्जी, पुलाव और मालपुआ जैसे पारंपरिक व्यंजनों का प्रबंध किया गया।

शाम को दुबे परिवार तुलिंज के तिवारीनगर पहुँचा, जहाँ एड. मार्कंडेय तिवारी और डॉ. एन.यू. त्रिपाठी ने सभी का स्वागत किया। विशाल नगर में ओमप्रकाश पाण्डे ने मसाला दोसा, पानीपुरी और मालपुआ के साथ सभी का स्वागत किया। अंबाडी रोड स्थित सच्चिदानंद तिवारी के निवास पर भी उत्सव का आयोजन हुआ।

अंत में अमरजीत यादव की दुकान के परिसर में संगीतप्रेमियों ने चैती और चैता गीत गाकर होली उत्सव की भावपूर्ण विदाई की। वसई तालुका में पिछले 75 वर्षों से चली आ रही होली उत्सव परंपरा इस वर्ष भी उल्लास और सौहार्द के साथ संपन्न हुई।