उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी चैत्र नवरात्रि, रामनवमी, ईद-उल-फितर और बैसाखी जैसे प्रमुख त्योहारों को देखते हुए प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को कानून व्यवस्था बनाए रखने के सख्त निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि अराजकता फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो और सड़कों पर किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो।
कानून-व्यवस्था पर मुख्यमंत्री की सख्त हिदायत
मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों के साथ कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक की और निम्नलिखित निर्देश दिए—
- त्योहारों के दौरान किसी भी नई परंपरा को शुरू न किया जाए, जिससे शांति भंग होने की संभावना हो।
- शोभायात्राओं, मेलों और धार्मिक आयोजनों के कारण संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं।
- सोशल मीडिया पर सतर्कता बरती जाए और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जाए।
- संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए।
शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाए रखने पर जोर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में सभी धर्मों के त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से मनाए गए हैं और इस परंपरा को बनाए रखना आवश्यक है।
- ईद के अवसर पर सफाई, स्वच्छता और पेयजल व्यवस्था की विशेष तैयारी हो।
- अलविदा की नमाज के दौरान विशेष सतर्कता बरती जाए।
- जनता को त्योहारों के दौरान आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्था को मजबूत बनाने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने त्योहारों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखने के लिए अधिकारियों को सख्त हिदायत दी—
- संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर वहां अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए।
- पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए और पीआरवी 112 को पूरी तरह सक्रिय रखा जाए।
- सोशल मीडिया मॉनिटरिंग को प्रभावी बनाते हुए किसी भी अफवाह पर तुरंत कार्रवाई हो।
- धर्मगुरुओं और समाज के प्रतिष्ठित व्यक्तियों के साथ संवाद कर शांति और सौहार्द का माहौल बनाए रखा जाए।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम
मुख्यमंत्री ने प्रमुख धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था करने के निर्देश दिए—
- रामनवमी के दौरान अयोध्या,
- मां विंध्यवासिनी धाम, देवीपाटन धाम, मां शाकुम्भरी धाम (सहारनपुर) और सीतापुर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है, ऐसे में भीड़ प्रबंधन की बेहतर योजना बनाई जाए।
- गर्मी के मद्देनजर श्रद्धालुओं के लिए पेयजल, छाया और मैट आदि की विशेष व्यवस्था हो।
- महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए महिला पुलिसकर्मियों की विशेष तैनाती की जाए।
- आपातकालीन सेवाओं को अलर्ट मोड में रखा जाए और एम्बुलेंस तथा स्वास्थ्य सेवाओं को सतर्क रखा जाए।
मुख्यमंत्री के निर्देश: प्रशासन और पुलिस विभाग को पूरी तत्परता से करना होगा कार्य
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि प्रदेश में सभी त्योहारों को शांति, सौहार्द और उल्लास के साथ मनाने के लिए प्रशासन और पुलिस को पूरी तत्परता से कार्य करना होगा।
उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित की जाए और प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं।