नागपुर: नागपुर पुलिस ने हिंसा भड़काने के मास्टरमाइंड फहीम खान को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में सामने आया है कि उसने भीड़ को भड़काऊ भाषण देकर उकसाया, जिसके बाद नागपुर के कई इलाकों में हिंसा भड़क उठी। पुलिस ने फहीम खान के खिलाफ FIR दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया है।
कैसे भड़की हिंसा?
सूत्रों के मुताबिक, फहीम खान ने एक सार्वजनिक सभा में भाषण दिया था, जिसमें उसने लोगों को उकसाने वाले बयान दिए। इसके बाद भीड़ उत्तेजित हो गई और नागपुर के यशोधरा नगर, संजय बाग कॉलोनी और अन्य इलाकों में हिंसा भड़क गई। प्रदर्शनकारियों ने सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया, कई वाहनों में आग लगा दी और पुलिस पर पथराव किया।
FIR में नाम, जांच में खुलासा
पुलिस के अनुसार, फहीम खान का नाम हिंसा से जुड़ी FIR में दर्ज था और वह पुलिस के रडार पर था। तकनीकी सर्विलांस, वीडियो फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के आधार पर उसकी भूमिका की पुष्टि हुई, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया। पुलिस का दावा है कि फहीम खान लंबे समय से शहर में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश कर रहा था।
फहीम खान की पृष्ठभूमि
जांच में यह भी सामने आया है कि फहीम खान नागपुर के संजय बाग कॉलोनी, यशोधरा नगर का निवासी है और उसका आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा है। पुलिस को संदेह है कि वह कुछ कट्टरपंथी संगठनों के संपर्क में था और हिंसा भड़काने की साजिश में शामिल था।
अन्य साजिशकर्ताओं की तलाश जारी
पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या फहीम खान अकेले इस हिंसा का मास्टरमाइंड था या इसके पीछे कोई बड़ा नेटवर्क काम कर रहा था। इसके अलावा, हिंसा में शामिल अन्य उपद्रवियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
- शहर में पुलिस का कड़ा पहरा: हिंसा के बाद नागपुर में पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है और संवेदनशील इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है।
- सोशल मीडिया पर निगरानी: पुलिस अफवाहों और भड़काऊ पोस्ट पर कड़ी नजर रख रही है। फेक न्यूज फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- शहर में हालात काबू में: पुलिस और प्रशासन के प्रयासों के चलते फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है।
आगे क्या?
फहीम खान की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या हिंसा की यह घटना पहले से सुनियोजित थी या फिर भीड़ को भड़काकर अचानक हिंसा करवाई गई। इसके अलावा, पुलिस को यह भी संदेह है कि इस हिंसा के पीछे किसी बाहरी संगठन या गुट का हाथ हो सकता है। जांच जारी है, और आने वाले दिनों में और खुलासे हो सकते हैं।
प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें।