मुंबई:
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह ‘वोट जिहाद’ के जरिये अपने समर्थन में वोटिंग करा रही है। उन्होंने यह बयान सायन कोलीवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी कैप्टन तमिल सेल्वन द्वारा आयोजित एक जनसभा में दिया। इस सभा में फडणवीस ने कहा कि कांग्रेस के समर्थन में लगभग 96% तक मतदान किया जा रहा है, जबकि हिंदू समाज केवल 50-55% तक वोट देकर ही संतुष्ट हो जाता है। उन्होंने हिंदू समुदाय से आह्वान किया कि यदि वोट जिहाद का मुकाबला करना है तो इसे दोगुनी ताकत से आगे आकर 80-90% मतदान के साथ जवाब देना होगा।
सभा को संबोधित करते हुए फडणवीस ने राज्य में अपनी पिछली सरकार की उपलब्धियों को भी गिनाया। उन्होंने बताया कि 2014 से पहले के 11 वर्षों में महाराष्ट्र में सिर्फ 11 किलोमीटर मेट्रो लाइन का निर्माण हुआ था, जबकि उनकी सरकार ने 5 साल के भीतर 350 किलोमीटर मेट्रो लाइन का काम मंजूर किया और उसमें से 100 किलोमीटर का कार्य पूरा भी कर लिया है। उन्होंने दावा किया कि अब हर साल 10 किलोमीटर मेट्रो लाइन तैयार हो रही है, जिससे मुंबई की परिवहन व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाया जा रहा है।
फडणवीस ने लोकल रेलवे के प्लेटफार्मों के सुधार, यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशनों पर एस्केलेटर लगाने और मराठी समुदाय के लिए आवास की व्यवस्था करने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि मराठी लोगों के हितों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है और हम कोलीवाड़ा ट्रांजिट कैंप में घर बनाने के प्रयास में जुटे हैं। इसके लिए एमएमआरडीए से भूमि प्राप्त करने की प्रक्रिया भी जारी है। फडणवीस ने इस क्षेत्र को ‘मिनी भारत’ करार दिया, क्योंकि यहां विभिन्न जाति और धर्म के लोग एक साथ रहते हैं।
उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा का उद्देश्य किसी विशेष जाति या धर्म के खिलाफ नहीं है, बल्कि सबके विकास के लिए काम करना है। इसके विपरीत, कांग्रेस पर उन्होंने आरोप लगाया कि वह ‘वोट जिहाद’ के माध्यम से राज्य की प्रगति में बाधा डाल रही है। फडणवीस ने भरोसा जताया कि महायुति की सरकार फिर से महाराष्ट्र में बनेगी और राज्य को विकास के एक नए पथ पर अग्रसर करेगी।
सभा के अंत में, फडणवीस ने कैप्टन तमिल सेल्वन के काम की सराहना करते हुए जनता से अपील की कि उन्हें भारी मतों से विजयी बनाएं। उन्होंने कहा कि तमिल सेल्वन अपनी प्रतिबद्धता के साथ क्षेत्र के लिए काम करते हैं और जब तक वह कार्य को पूरा नहीं कर लेते, चैन से नहीं बैठते।