पद्मेश महाराज के मुखारविंद से कथा सुन श्रोता मंत्रमुग्ध
एनबीडी संवाददाता भांडुप,
भांडुप पश्चिम के कैलाश पार्क में भांडुप नागरिक विकास परिषद द्वारा आयोजित भव्य श्री राम कथा का आज अंतिम दिन है। इस अवसर पर हजारों की संख्या में भक्त श्रीराम की लीला सुनने के लिए उपस्थित हुए। कथा के अंतिम दिन महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री और मुंबई प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री आशीष शेलार ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जहां परिषद के अध्यक्ष एडवोकेट रविंद्र सिंह, महासचिव श्री स्वामीनाथ मिश्रा, कोषाध्यक्ष श्री संजय शुक्ल और संयोजक श्री के आर सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने उनका स्वागत किया।

कथा के प्रमुख कथावाचक पद्मेश महाराज ने व्यास पीठ से सीता हरण, लंका दहन, राम-रावण युद्ध, विभीषण का राज्याभिषेक और राजा राम के राज तिलक के प्रसंगों का भावपूर्ण वर्णन किया। महाराज ने कहा कि रामायण हमें जीने के तरीके सिखाती है और यह बताती है कि दूसरों की संपत्ति पर हमारा कोई अधिकार नहीं है, चाहे वह कितनी भी मूल्यवान क्यों न हो।

उन्होंने आगे बताया कि भगवान श्रीराम जब 14 वर्षों का वनवास समाप्त कर अयोध्या लौटे तो अयोध्यावासी खुशी से झूम उठे। यह हमें सिखाता है कि जीवन में आदर, सेवा भाव, त्याग और बलिदान के साथ-साथ समाज के हर वर्ग की मदद करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि श्रीराम ने वनवासियों और दीन-दुखियों के कष्टों को दूर किया और उन्हें संगठित कर समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर किया।

इस आयोजन में समाजसेवी अविनाश पांडेय का विशेष योगदान रहा, जिन्होंने श्री राम कथा के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे इस भव्य आयोजन में भक्तों की संख्या और श्रद्धा में वृद्धि हुई। भक्तों का उत्साह और श्रीराम के प्रति अटूट आस्था इस कथा में साफ नजर आ रही थी।