एनबीडी मुंबई,
मुंबई के कांदिवली स्थित राजभवन में श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा मुंबई के तत्वावधान में और ज्ञानशाला आंचलिक संयोजिका के मार्गदर्शन में “BRAIN BUZZ – ज्ञान की जीत सवालों के बीच” क्विज प्रतियोगिता का भव्य आयोजन संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत मुनि श्री रजनीश कुमार जी के मंगल पाठ से हुई। राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य प्रो. रत्ना जी कोठारी ने नमस्कार महामंत्र और ज्ञानशाला गीत का संगान किया, जबकि घाटकोपर जोन की स्वर चौबीसी विजेता टीम ने सुमधुर प्रस्तुति दी।
इस प्रतियोगिता में मुंबई के विभिन्न 10 जोनों से 11 टीमों ने भाग लिया। सभी टीमों की शानदार एंट्री का अनाउंसमेंट समिति सदस्य निर्मला जी मेहता ने किया। BRAIN BUZZ ट्रॉफी का इनॉग्रेशन सभा अध्यक्ष माणक जी धींग, मंत्री दिनेश जी सूतरिया, आंचलिक संयोजिका राजश्री जी कच्छारा सहित अन्य पदाधिकारियों द्वारा किया गया। प्रतिभागी बच्चों का स्वागत विशेष sash पहनाकर किया गया।

पांच राउंड्स में आयोजित इस प्रतियोगिता का संचालन विभागीय सहसंयोजिका शीतल जी सांखला ने अत्यंत रोचक और प्रभावशाली ढंग से किया। पीपीटी के माध्यम से प्रश्नोत्तर सत्र को वनिता जी धाकड़ और कुसुम जी ओस्तवाल ने व्यवस्थित रूप में प्रस्तुत किया। अंजु जी चौधरी द्वारा रैपिड फायर और टाई ब्रेकर राउंड का संचालन हुआ।
प्रतियोगिता में JEETMAL ZONE HEROES (सायन कोलीवाड़ा) ने प्रथम, RAICHAND ZONE TITANS (घाटकोपर) ने द्वितीय, और KALUGANI ZONE CHARGERS (भायंदर) ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। उत्कृष्ट Creativity व Management के लिए भारमल, रायचंद, जीतमल, डालगणी और कालुगणी जोनों को विशेष ट्रॉफी से सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में आध्यात्मिक टेस्ट की विशेष प्रस्तुति कुसुम जी हिरण और रिंकू जी परमार ने दी। लकी ड्रा का संचालन मोनिका जी चौपड़ा ने किया, और मोमेंटो वितरण का कार्य वंदना जी राठौड़ द्वारा संपन्न हुआ। सभा अध्यक्ष माणक जी धींग एवं मंत्री दिनेश जी सूतरिया ने अपने प्रेरणादायी वक्तव्यों से सभी को उत्साहित किया।
इस आयोजन में प्रमुख उपस्थिति में प्रकाश देवी तातेड़, मदनलाल जी तातेड़, रतन जी सिंघवी सहित अनेक गणमान्य अतिथियों के साथ कुल 298 सदस्य उपस्थित रहे। आयोजन की सफलता में रेखा जी कच्छारा, नीलम जी कोठारी, मीता जी गुदेंचा, सोनल सिंघवी सहित अनेक सदस्याओं का विशेष योगदान रहा। समापन में आभार ज्ञापन विभागीय संयोजिका चंचल जी परमार ने किया।