एनबीडी नवी मुंबई,
CIDCO (सिटी एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन) के उपाध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री विजय सिंघल ने 17 अप्रैल 2025 को नव मुंबई अंतरराष्ट्रीय विमानतल (NMIAL) परियोजना की प्रगति पर विस्तार से समीक्षा बैठक की। इस अवसर पर CIDCO के सह–प्रबंध निदेशक श्री शान्तनु गोयल तथा मुख्य महाव्यवस्थापक (परिवहन व विमानतल) श्रीमती गीता पिल्लई भी उपस्थित थे।
बैठक में NMIAL के अनुभागीय प्रमुखों के साथ–साथ अदानी समूह के एयरपोर्ट निदेशक श्री जीत अदानी और श्री मलय महादेवया, तथा L&T के उपाध्यक्ष व परिचालन प्रमुख श्री एन. नामचिवायम और NMIAL के सीईओ बी॰वी॰जी॰के॰ शर्मा ने भी भाग लिया।
मुख्य अंश:
एयरसाइड कार्य 100% पूर्ण: NMIAL ने अपने एयरसाइड इंफ्रास्ट्रक्चर (रनवे, टैक्सीवे, एप्रोन) के निर्माण को पूरी तरह पूरा कर लिया है। लाइसेंस एवं सुरक्षा मंजूरी: DGCA से एयरोड्रोम लाइसेंस तथा BCAS से सुरक्षा स्वीकृति की प्रक्रिया तेज़ी से आगे बढ़ रही है और इसमें कोई भी अवरोध नहीं। ओआरएटी (ऑपरेशन रेडीनेस एंड ट्रांसिशन) परीक्षण नियमित अंतराल पर चल रहे हैं, जिससे उद्घाटन के बाद निर्बाध परिचालन सुनिश्चित हो सके। एयरलाइन स्लॉट आवेदक: विभिन्न घरेलू व अंतर्राष्ट्रीय एयरलाइंस ने नए विमानतल में उड़ान स्लॉट देने के लिए आवेदन किए हैं, जिन्हें DGCA की समिति अंतिम रूप देगी। सड़क कनेक्टिविटी: विजय सिंघल ने NHAI व CIDCO द्वारा विकसित की जा रही सड़क परियोजनाओं की भी समीक्षा की और उद्घाटन से पूर्व इन्हें समय पर पूरा करने के निर्देश दिए।
श्री सिंघल ने कहा, “यह परियोजना न सिर्फ महाराष्ट्र बल्कि समग्र रूप से भारत के विकास में मील का पत्थर होगी। हम हर पंद्रह दिन में प्रगति बैठक कर रहे हैं ताकि कोई लक्ष्य छूटे नहीं और समयबद्ध तरीके से काम पूरा हो।”
परियोजना का दायरा एवं क्षमता
टोटल क्षमता (फेज – II पर): सालाना 90 मिलियन यात्री व 3.2 मिलियन टन कार्गो हैंडलिंग। फेज – I क्षमता: सालाना 20 मिलियन यात्री व 0.8 मिलियन टन कार्गो के लिए डिज़ाइन। इन्फ्रास्ट्रक्चर: कोड–F धावपट्टी, दो समांतर टैक्सीवे, एक टर्मिनल (T1), कार्गो टर्मिनल, पार्किंग एवं अन्य सहायक सुविधाएं।
यह विमानतल नवी मुंबई को दक्षिण भारत, पूर्वोत्तर और मध्य पूर्व से जोड़ने वाला एक प्रमुख हब बनेगा। समय पर उद्घाटन के लिए CIDCO, NMIAL, अदानी समूह और सभी सम्बद्ध एजेंसियाँ मिलकर कार्य कर रही हैं।