पटना: जन सृज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर, जो बीपीएससी प्रदर्शन के सिलसिले में उपवास धर चुके हैं, ने गांधी मैदान, पटना के पास खड़ी ‘वैनिटी वैन’ को लेकर लगे विवाद पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि वह इस वाहन का उपयोग खुद को राहत देने के लिए करते हैं।
प्रशांत किशोर ने मीडिया से शनिवार को बताया, “मैं यहाँ उपवास पर हूँ। अगर मैं घर जाकर राहत प्राप्त करता हूँ, तो पत्रकार पूछेंगे कि मैंने खाना खाने गया या आराम करने।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वाहन का किराया ₹25 लाख प्रति दिन होने की खबरें गलत हैं।
उन्होंने आगे कहा, “कुछ लोगों ने कहा कि वैनिटी वैन की कीमत ₹2 करोड़ है और इसका किराया ₹25 लाख प्रति दिन है। मैं मीडिया कर्मियों के माध्यम से यह संदेश देना चाहता हूँ… इस वैन को हटा दिया जाए और इसके बदले मुझे ₹25 लाख प्रति दिन दिया जाए और एक वैकल्पिक स्थान प्रदान किया जाए जिसका उपयोग वाशरूम के रूप में किया जा सके।”
प्रशांत किशोर ने मीडिया से यह भी सवाल किया कि क्या वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके सुविधाओं के बारे में ऐसे ही प्रश्न पूछेंगे। उन्होंने कहा, “क्या आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके सुविधाओं के बारे में ऐसे ही प्रश्न पूछ पाएंगे?”
किशोर ने उन छात्रों के आंदोलन का समर्थन किया है, जो 13 दिसंबर को आयोजित 70वें संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (CCE) के प्रश्न पत्र लीक होने के आरोप पर परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं।
हाल ही में, पटना पुलिस ने किशोर और उनके समर्थकों के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की है, जिसमें कहा गया है कि उनके प्रदर्शन स्थल पर प्रदर्शन अवैध है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई विपक्षी नेता इस प्रदर्शन का समर्थन कर रहे हैं।
मुख्य बिंदु:
- प्रशांत किशोर ने ‘वैनिटी वैन’ के आरोपों पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
- उन्होंने वाहन के ₹2 करोड़ मूल्य और ₹25 लाख प्रति दिन किराए को खारिज किया।
- किशोर ने मीडिया पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के सुविधाओं के प्रश्न पूछने पर सवाल उठाया।
- पटना पुलिस ने किशोर के खिलाफ प्रदर्शन को अवैध घोषित करते हुए एफआईआर दर्ज की है।
- कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित कई विपक्षी नेता ने प्रदर्शन का समर्थन किया है।