एनबीडी जौनपुर,
बदलापुर विधानसभा के पूर्व विधायक ओमप्रकाश दुबे उर्फ बाबा दुबे ने समाज में बढ़ती नफरत और जातिगत-धार्मिक तनाव पर गहरी चिंता जताई है। वरिष्ठ पत्रकार शिवपूजन पांडे से बातचीत में उन्होंने कहा कि यदि समय रहते हालात नहीं सुधरे तो आने वाली पीढ़ियाँ हमें माफ नहीं करेंगी। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल और धर्म के ठेकेदार अपने स्वार्थ के लिए आम जनता को गुमराह कर रहे हैं। कोई इतिहास की कब्रें खोद रहा है, तो कोई महापुरुषों को अपमानित कर रहा है। इससे न समाज मजबूत हो रहा है, न देश।
बाबा दुबे ने कहा कि बेरोजगारी, महंगाई जैसे असली मुद्दों से ध्यान भटका कर जातीय संघर्ष को हवा दी जा रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर क्या कारण है कि अबू हासिम आज़मी औरंगज़ेब को महान बता रहे हैं, और रामजीलाल सुमन राणा सांगा को गद्दार कह रहे हैं? यह सब सुनियोजित राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि इतिहास से सबक लेना चाहिए, पर उसे समाज में नफरत फैलाने का हथियार नहीं बनाना चाहिए। आज देश को नीति, नीयत और समाज के सभी वर्गों का साथ चाहिए, न कि नफरत और द्वेष। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अपराधियों की कोई जाति नहीं होती, और उन्हें जातीय चश्मे से देखना खतरनाक है।
बाबा दुबे ने लोगों से अपील की कि वे भड़काऊ बयानों पर आपसी सौहार्द न बिगाड़ें, वरना इसका खामियाजा भविष्य भुगतेगा।