हजारों श्रद्धालुओं दी अपनी उपस्थिति, जय श्री परशुराम के जयकारों से गूंज उठा शहर
एनबीडी प्रतापगढ़,
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में राष्ट्रीय परशुराम सेना के संयोजन में भगवान परशुराम की भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया। यह शोभायात्रा कंपनी बाग से प्रारंभ होकर शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई हनुमान मंदिर (पंडित मुनीश्वरदत्त उपाध्याय चौराहा) पर संपन्न हुई। शोभायात्रा का शुभारंभ वरिष्ठ समाजसेवी श्री आशुतोष त्रिपाठी ने हरी झंडी दिखाकर किया।

शोभायात्रा की विशेषताएँ:
रथ, घोड़े, झाँकियाँ और DJ की व्यवस्था के साथ हजारों श्रद्धालु पारंपरिक परिधानों में, हाथों में फरसा और झंडा लिए हुए “जय श्री परशुराम” के नारों से वातावरण को भक्तिमय कर रहे थे। रास्ते भर श्रद्धालुओं द्वारा पुष्पवर्षा कर यात्रा का स्वागत किया गया। शोभायात्रा का नेतृत्व राष्ट्रीय परशुराम सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री प्रदीप शुक्ला ने भगवान परशुराम के दिव्य स्वरूप में खुली जीप पर बैठकर किया।
यातायात और सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह सक्रिय रहा, जिससे शोभायात्रा के संचालन में किसी प्रकार की बाधा नहीं आई।
प्रमुख पदाधिकारियों के विचार:
राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप शुक्ला ने कहा, “भगवान परशुराम सनातन संस्कृति, न्याय और शक्ति के प्रतीक हैं। हमारी यह यात्रा युवाओं में सनातन मूल्यों की जागृति और संगठन की एकजुटता को दर्शाती है।”
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेश पांडेय ने कहा, “आज की इस भव्य शोभायात्रा में जनसमूह की आस्था और समर्पण ने स्पष्ट कर दिया है कि भगवान परशुराम के विचार आज भी समाज को दिशा देने में सक्षम हैं।”
राष्ट्रीय सचिव अविनाश पांडेय ने कहा:
“हमारा उद्देश्य सिर्फ परंपरा का उत्सव नहीं बल्कि युवाओं को संस्कृति, सेवा और संगठन की ओर प्रेरित करना है। यह आयोजन उसी संकल्प का परिणाम है।”

इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक तिवारी (एडवोकेट), मंडल अध्यक्ष संजय शुक्ला, जिलाध्यक्ष अनिल पांडेय, संरक्षक आशुतोष त्रिपाठी सहित सैकड़ों गणमान्य पदाधिकारी उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त डॉ. नीरज त्रिपाठी, हरिकेश पांडेय, संतोष शुक्ला, अंकित पांडेय, बड़का पांडेय, अच्युतानंद पांडेय, अखिलेश मिश्र, शरद तिवारी, विवेक टोनी, विजय मिश्र (एडवोकेट), महामंत्री विवेक त्रिपाठी (एडवोकेट) सहित सैकड़ों सनातन धर्मावलंबियों ने शोभायात्रा में भाग लेकर सफल बनाया ।
इस भव्य आयोजन ने सनातन परंपरा, एकता और संगठन की शक्ति को सशक्त रूप में प्रस्तुत किया और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बना