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महाशिवरात्रि भगवान शिव की आराधना के लिए एक प्रमुख पर्व है। इस दिन शिव भक्त उपवास रखते हैं और विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करते हैं। आइए जानते हैं शिवरात्रि पूजा और व्रत का संपूर्ण तरीका।
शिवरात्रि पूजा विधि:
1. स्नान और संकल्प – प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें और व्रत का संकल्प लें।
2. भगवान शिव का अभिषेक – दूध, गंगाजल, शहद, दही और बेलपत्र से शिवलिंग का अभिषेक करें।
3. शिव मंत्र जाप – “ॐ नमः शिवाय” का जाप करें और महामृत्युंजय मंत्र का पाठ करें।
4. बिल्वपत्र, धतूरा और भांग अर्पित करें – शिवजी को ये वस्तुएं अत्यंत प्रिय हैं।
5. रात्रि जागरण – पूरी रात जागकर शिव कथा सुनें और भजन-कीर्तन करें।
6. अगले दिन पारण – ब्रह्म मुहूर्त में पूजा कर उपवास खोलें।
शिवरात्रि उपवास नियम:
• फलाहार या केवल जल का सेवन करें।
• तामसिक भोजन, लहसुन-प्याज और अन्न का त्याग करें।
• सात्विक विचारों को अपनाएं और क्रोध, अहंकार से बचें।
• रात्रि में चार प्रहर की पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
शिवरात्रि का महत्व:
इस दिन शिव-पार्वती का विवाह हुआ था, इसलिए भक्त शिव जी की कृपा पाने के लिए व्रत और पूजा करते हैं। यह दिन मोक्ष, शांति और सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
“ॐ नमः शिवाय” का जाप करें और भगवान शिव की कृपा प्राप्त करें!