यूपी में फिर शुरू होगा भूमि अधिग्रहण, राष्ट्रीय राजमार्ग 91-ए को बनाया जाएगा फोरलेन
उत्तर प्रदेश में सड़क ढांचे को और अधिक मजबूत करने के लिए सरकार ने राष्ट्रीय राजमार्ग 91-ए को फोरलेन में तब्दील करने का फैसला लिया है। इसके लिए जल्द ही भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
प्रोजेक्ट की विशेषताएँ
• बेहतर कनेक्टिविटी: यह सड़क चौड़ीकरण परियोजना औद्योगिक क्षेत्रों, शहरों और ग्रामीण इलाकों को बेहतर ढंग से जोड़ने में सहायक होगी।
• यातायात में सुधार: फोरलेन बनने से यातायात जाम की समस्या कम होगी और यात्रा का समय भी घटेगा।
• आर्थिक विकास: इस सड़क परियोजना से आसपास के क्षेत्रों में व्यापार और आर्थिक गतिविधियों को गति मिलेगी।
भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया
सरकार भूमि अधिग्रहण के लिए प्रभावित किसानों और ज़मीन मालिकों से वार्ता कर उचित मुआवजा देने की योजना बना रही है। अधिकारियों के अनुसार, यह अधिग्रहण भूमि अधिग्रहण अधिनियम, 2013 के तहत होगा, जिससे प्रभावित लोगों को न्यायसंगत मुआवजा और पुनर्वास सुविधाएं मिलेंगी।
स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया
इस परियोजना से स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि सड़क के चौड़ीकरण से न केवल उनका आवागमन सुगम होगा बल्कि क्षेत्र में निवेश और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। हालांकि, कुछ किसान अपनी भूमि को लेकर चिंतित हैं और सरकार से उचित मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
सरकार का कहना है कि परियोजना को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। इस महत्वपूर्ण सड़क विस्तार से उत्तर प्रदेश के विकास को और रफ्तार मिलने की उम्मीद है।
अब देखना यह है कि भूमि अधिग्रहण और निर्माण कार्य कितनी तेजी से आगे बढ़ते हैं और इस बहुप्रतीक्षित प्रोजेक्ट को कब तक पूरा किया जाता है।